प्रेम, दयालुता एवं शांति

प्रेम दयालु होता है। जब हम प्रेम प्रकट करना चाहते है तो हमे दयालुता पूर्ण शव्दो का प्रयोग करना चाहिये । एक वाक्य के अलग अलग मतलब होते है । यह अर्थ हमे किसी घटना के बारे मे कहने के अंदाज़ से लगता है । शब्द कर्कश है या नम्र । कई बार हमारे शब्द कुछ कहते है और उन्हे कहने का अंदाज़ कुछ और ही होता है । हम दो तरफा संदेश भेज रहे होते है, दूसरा व्यक्ति हमारे शव्दो के आधार पर नहीं, हमारे कहने के अंदाज़ से हमारे संदेश का अर्थ लगाता है । दयालुता पूर्ण स्वर से हम किसी के दुख, चोट और गुस्से को बाँट सकते है । यही प्रेम की निशानी है । नहीं तो आमतौर पर समझा जाता है कि मुसीबत में सब साथ छोड़ जाते है । अगर कोई परेशानी मे है तो उस समय दयालु शबदो से जबाब दो । वह जल्दी ही उस से बाहर आ जायेगा । नहीं तो वह डिप्रेशन में जा सकता है । वह मानसिक रोगी भी बन सकता है । एक शांत उतर क्रोध को दूर भगाता है । जीवन साथी गुस्से में है, परे...