प्रेम और सम्बन्ध Confluence of peace of mind मन की शांति का संगम https://t.me/man_kishanti

जीवन की महानता उपलब्धियों मे नहीं बल्कि सम्बन्धों मे है । परंतु आज का संसार सम्बन्धो की प्रवाह नहीं करता । वह करोड़पति बनना चाहता है ।वह किसी भी सम्बन्ध को धोखा दे सकता है ।यही कारण है कि आज चारो तरफ़ अशांति छाई हुई है । घर घर मे कलह है । आप के साथी/साथियों मे जो प्रितिभा छिपी है उसे बाहर निकालने के लिये प्रेरित करो । अगर आप में प्रितिभा है और उन मे नहीं तो गाड़ी एक पहिये से नहीं चलेगी । उन्हे भी अपने जैसा महान बनाओ । यह ना सोचो की वह हमे छोड़ जायेगे । मिस्त्री लोगो वाली मानसिकता त्याग दो । मिस्त्री लोग अपने कर्मचारियों को अपना हुन्नर नहीं सिखाते । इसलिये वे सारी उम्र मिस्त्री ही रहते है । मुखिया किसी को आगे नहीं आने देते है । वह बूढे और लाचार हो जाते है तब भी वह किसी दूसरे को चान्स नहीं देते । ये प्रेम नहीं है । ऐसी संस्थायें खूब बढ़ती है परंतु उनके देहांत के बाद टूट जाती है क्यों कि उनके सदस्य दूसरे लोगो की कमांड स्वीकार नहीं करते तथा ना ही उन्हे कोई संस्था चलाने का अनुभव होता है ...